टीकमगढ़
टीकमगढ़ जिले के दिगौड़ा थाना क्षेत्र के वीरऊ गांव में अवैध शराब बेचने की सूचना के बाद छापामार कार्रवाई करने के लिए गई आबकारी टीम पर हमला हो गया। यहां पर आरोपितों ने टीम पर पत्थरबाजी करते हुए डंडों से मारपीट कर दी और आबकारी सब इंस्पेक्टर की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ले गए।
इस घटना में आबकारी टीम के उपनिरीक्षक साहित चार कर्मचारी घायल हो गए। शुक्रवार की देर रात घटना होने के बाद तत्काल ही आबकारी की टीम पुलिस थाना पहुंची और आरोपितों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया। वहीं घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम ने कहा कि मामला दर्ज कर अब आरोपितों की तलाश शुरु कर दी है। इसके लिए दो टीमें कार्य कर रहीं हैं।
अवैध शराब बेचने की सूचना मिल रही थी
दरअसल, आबकारी विभाग को वीरऊ गांव में अवैध शराब बेचने की सूचना मिल रही थी। जिस घर में शराब का अवैध रुप से विक्रय किया जा रहा था। वहां पर पहले आबकारी आरक्षक को सिविल में शराब लेने के लिए भेजा, जहां से आबकारी आरक्षक एक देशी शराब का क्वार्टर लेकर आया।
महिला बेच रही थी शराब
ऐसे में शराब विक्रय की पुष्टि हुई। वहीं आबकारी टीम भी वहां पहले से ही मौजूद थी। जैसे ही शराब विक्रय की पुष्टि हुई और आरक्षक ने इशारा किया, तो पूरी टीम वहां पर पहुंच गई। आबकारी उपनिरीक्षक विजय सिंह चंदोल ने बताया कि शराब का विक्रय महिला द्वारा किया जा रहा था। जब्ती के दौरान 20 क्वर्टर पकड़े। इसी बीच उसका ससुर आया और उसने महिला के बजाय पति के विरुद्ध मामला दर्ज करने की बात कही। तब महिला ने पास खड़े व्यक्ति से अपने पति को फोन लगवा दिया।
पति ने आते ही कर दिया हमला
ऐसे में महिला का पति संतोष यादव आया और उसने हमला कर दिया। बताया गया कि संतोष यादव के साथ ही उसके दो बेटों ने लाठी डंडों से मारपीट करते हुए सर्विस रिवाल्वर छीन ली, जहां वहां से आबकारी टीम जान बचाकर भागने लगी, तो पत्थर भी फेंके। हमले में आबकारी आरक्षक प्रहलाद प्रजापति, वीरेंद्र विश्वकर्मा और महेंद्र राय को भी चोट लगी है।