जबलपुर
पनागर में रविवार को सात जमाती मिले। उनके पास बड़े-बड़े कई बैग थे, जिनके अंदर मुस्लिम धर्म से संबंधित साहित्य रखे थे। हिंदू संगठनों ने जमातियों को छिपते हुए पनागर पहुंचते देखा। गतिविधि संदिग्ध प्रतीत होने पर बातचीत का प्रयास किया। उनका व्यवहार और भाषा अजीब लगने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बुलाया। पुलिस जमातियों को पकड़कर थाने ले गई। उनके बैग के सामान, पहचान पत्र की जांच की गई है।
पूछताछ में जमातियों ने दिल्ली से जबलपुर आने और फिर पन्ना जाने की जानकारी दी। उनके प्रवास के दौरान गतिविधियों के बारे में और वे जबलपुर और पनागर में किनसे मिले हैं, इसके बारे में पूछताछ की जा रही है।
एक साइकिल और 20 से ज्यादा बड़े बैग
बजरंग दल के कार्यकर्ता रविवार को दोपहर में पनागर के शिशु मंदिर के पास एक गोशाला में थे। तभी उन्होंने देखा कि पठानी मोहल्ला की ओर से सात लोग जा रहे हैं। इनके पास एक पुरानी साइकिल और 20 बड़े थैले थे। अपरिचित चेहरे और बड़े-बड़े थैले देखकर संगठन के कार्यकर्ताओं ने रोका। आरोप है कि पनागर में उनका कोई कार्यक्रम नहीं था। फिर भी पठानी मोहल्ले पहुंचे थे। जमातियों की भाषा भी अजीब है।
गोहलपुर की मस्जिद में ठहरे, पन्ना जा रहे थे
पुलिस पूछताछ में जमातियों ने बताया कि वे दिल्ली से बस से झांसी पहुंचे थे। उसके बाद सागर और फिर शुक्रवार को जबलपुर पहुंचे थे। जबलपुर में जमाती गोहलपुर की एक मस्जिद में रुके थे। जिन जमातियों से पूछताछ की गई है उनमें मोहम्मद इमरान, शाहिद अली, मोहम्मद उमर, सुहैल अरशी, मोहम्मद अरशद, शाहबुद्दीन और महमूद खान शामिल हैं। इनमें से कुछ ने स्वयं को पूर्वी दिल्ली और कुछ ने झांसी का निवासी होना बताया है।









