टोंक।
टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा में उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की रिहाई को लेकर कल टोंक के नगर फोर्ट में महापंचातय होगी। मीणा के परिजन और समर्थक महापंचायत को सफल बनाने के लिए कई नेताओं से समर्थन मांग चुके हैं।
इनमें आरएलपी के हनुमान बेनीवाल और बीएपी के राजकुमार रोत ने नरेश मीणा के समर्थन में बयान भी दिया था। हालांकि, इनमें से कोई भी नेता महापंचायत में आएगा, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
महापंचायत की तैयारियों को लेकर बैठक
महापंचात की तैयारियों को लकर लबान गांव में बैठक बुलाई गई है। हाड़ौती के दिग्गज कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने इस बैठक को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि समरावता केस के पीड़ितों को जल्दी न्याय के साथ नुकसान का पर्याप्त मुआवजा मिलना चाहिए। लाखेरी क्षेत्र के लबान रेलवे स्टेशन के सामने हनुमान मंदिर में समरावता केस को लेकर सर्व समाज की बैठक हुई। इसमें केस के पीड़ितों को जल्दी न्याय और मुआवजे की मांग उठी। बैठक में प्रहलाद गुंजल ने कहा कि समरावता गांव के लोगों को शीघ्र न्याय मिलना चाहिए। इस केस में जिन लोगों का नुकसान हुआ है उन्हें पर्याप्त मुआवजा समय पर मिले। इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। गुंजल ने कहा कि समरावता केस में निर्दोषों को शीघ्र रिहाई होनी चाहिए।
न्यायिक जांच की मांग, महापंचायत में फैसला
गुंजल ने कहा कि पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच करवाई जाए। जब तक राज्य सरकार ये बात नहीं मानेगी तब तक संघर्ष जारी रखेंगे। इसके साथ ही गुंजल ने नगर फोर्ट में 29 दिसंबर को आयोजित महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि आगे क्या करना है इसका फैसला महापंचायत के बाद ही किया जाएगा। इस दौरान देईखेड़ा सरपंच राजकुमार मीना, पार्षद उमेश मीना, खरायता सरपंच बद्रीलाल मीना, अशोक मीना सहित सर्व समाज के लोग मौजूद रहे। बैठक के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।