जयपुर।
20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में घायल एक और व्यक्ति की मौत हो गई। अजमेर निवासी सलीम ने शनिवार सुबह सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। सलीम 55% झुलस गए थे। हादसे में अब तक कुल 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह भी शामिल हैं।
आठ की हालत बहुत गंभीर
एलपीजी टैंकर ब्लास्ट हादसे में घायल आठ लोगों की हालत बहुत गंभीर है। SMS हॉस्पिटल के बर्न यूनिट में इनका इलाज चल रहा है। यह सभी लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। बर्न स्पेशलिस्ट डॉ. राकेश जैन ने बताया कि मरीजों की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम हर संभव प्रयास कर रही है।
27 लोग 80% तक झुलस थे
ब्लास्ट में कुल 27 लोग 80% तक झुलस गए थे। गंभीर रूप से झुलसे मरीजों की स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी घायलों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि सभी घायलों केा बचाया जा सके।
घटना के एक हफ्ते बाद रीजनल अधिकारी पर कार्रवाई
घटना के एक हफ्ते बाद केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने NHAI के रीजनल अधिकारी दिनेश चतुर्वेदी का ट्रांसफर कर उनकी जगह अब्दुल बासिल को नियुक्त किया। हादसे के कारणों पर अब तक विभागों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
एलपीजी टैंकर ब्लास्ट
20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर एलपीजी टैंकर में ब्लास्ट हो गया था। इससे एलपीजी गैस भांकरोटा में करीब 500 मीटर एरिया तक फैल गई। 40 से ज्यादा गाड़ियां इसकी चपेट में आ गई थी। हादसा इतना भयंकर था कि 27 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें से 20 की अब तक मौत हो चुकी है। मृतकों में रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह भी शामिल थे।